क्या है Apple Cider Vinegar (ACV)?
27-12-2022 10:10
हम सभी ने सिरके का उपयोग अपने खाने में सलाद के साथ कभी न कभी किया है। यह सिरका प्राकृतिक तरीके से बनाया जाता है। यह कई प्रकार का होता है, जैसे माल्ट सिरका, काष्ट सिरका, कृत्रिम और सेब का सिरका। सिरके के कई घरेलू, सौन्दर्य, औषधीय एवं बागवानी संबंधित उपयोग हैं।
सेब के सिरके को एप्पल साइडर विनेगर – Apple Cider Vinegar (ACV) के नाम से जाना जाता है। यह सेब से बनाया जाता है। सेब के सिरके के अनेकों फायदे स्वाद, खूबसूरती, फिटनेस आदि में हैं तथा इसे प्रयोग करने के तरीके भी अनेकों हैं। इस सिरके में बहुत कम कैलोरी होती है, प्रति टेबल स्पून में मात्र 3 कैलोरी होती हैं। सिरके का उपयोग सदियों से लोक उपचार के रूप में किया जा रहा है और इसका उपयोग वैकल्पिक चिकित्सा में भी किया जाता है।
सेब के सिरके अर्थात एप्पल साइडर विनेगर (ACV) के कुछ गुण एवं उपयोग निम्मनानुसार हैं।
- वजन घटाने में सहायक
यह सिरका वजन को नियंत्रण में रखने में आश्चर्यजनक रूप से प्रभावी होता है। इसके लेने से 200-275 कैलोरी की पूर्ति हो जाती है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से पेट की चर्बी कम करने में मदद मिल सकती है। 3 महीने से अधिक प्रति दिन इस सिरके के दो बड़े चम्मच लेने से वजन 2 किलो तक कम हो सकता है। यह सिरका चयापचय को भी ठीक करता है।
- एंटीमाइक्रोबियल गुण
इसकी अत्यधिक अम्लीय प्रकृति कई अलग-अलग प्रकार के रोगजनकों के खिलाफ प्रभावी होती है जिसके कारण यह पारंपरिक रूप से घावों को साफ करने एवं कीटाणुरहित करने, नाखूनों में फंगस, बालों में जूँ और कान के संक्रमण का इलाज करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस सिरके कि रोगाणुरोधी (एंटीमाइक्रोबिअल) प्रकृति, भोजन के लिए एक महान संरक्षक बनाती है तथा यह भोजन में ई-कोलाई जैसे रोगाणुओं के विकास को रोकता है।
- फंगस एवं फंगल इन्फेक्शन में कारगर
फंगस और फंगल इन्फेक्शन के इलाज के लिए यह दवा के रूप में काम करता है। इसमें प्रोबायोटिक्स और एसिटिक एसिड कैंडिडा की तरह फंगस को मारता है। पानी और एप्पल साइडर सिरके को बराबर भाग में मिलाकर, रुई का उपयोग कर फंगस से प्रभावित भाग पर लगाने से फंगस एवं फंगल इन्फेक्शन को ठीक किया जा सकता है।
- सांसों की बदबू को दूर करने और दांतों को सफ़ेद करने में उपयोगी
इस सिरके को पानी के साथ मिलाकर उस पानी से कुल्ले करने पर सांसों कि दुर्गन्ध को दूर किया जा सकता है। यह एक अच्छे माउथवाश का भी काम करता है। यह स्वाभाविक रूप से आपके दांतों को सफेद कर सकता है। टूथ ब्रश में इसे लगा कर दांत साफ़ करने से दांत साफ़ होते हैं और सफेदी आती है।
- हृदय को स्वस्थ और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में उपयोगी
नियमित रूप से एप्पल साइडर सिरका पीने से कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड का स्तर, रक्तचाप को कम करने में सहायक होता है और इसमें उपलब्ध एसिटिक एसिड की अधिक मात्रा के कारण यह ब्लड शुगर को कम करके हृदय रोग के जोखिम को भी कम करता है। यह सिरका स्टार्च और करबोहाइड्रेट के पाचन में मदद करता है। रोज रात को सोने से पहले एक गिलास गुनगुने पानी में 2 चम्मच एप्पल साइडर विनेगर को घोल के लेने से ब्लड शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है।
- पैरों में ऐंठन और दर्द से राहत दिलाता है
इस सिरके में पोटेशियम की अधिकता होती है। एप्पल साइडर विनेगर के 2 चम्मच रात को सोने से पहले एक गिलास गुनगुने पानी में घोल कर सेवन करने से कम पोटेशियम के स्तर के कारण से होने वाले सोते समय दर्दनाक पैर की ऐंठन अथवा दर्द को दूर किया जा सकता है।
- पेट से जुड़ी समस्याओं को ठीक करने में सहायक
इस सिरके में उपलब्ध एसिटिक एसिड पेट से जुड़ी समस्याओं जैसे पेट दर्द, पेट में कीड़े, कब्ज, पेट में इन्फेक्शन आदि समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है। इसके लिए रात में सोने से पहले एक चम्मच सिरके के साथ एक चम्मच शहद को गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से राहत मिलती है।
- मुँहासे को ठीक करने में उपयोगी
इस सिरके में एसिटिक एसिड, लैक्टिक एसिड, सक्सिनिक एसिड एवं साइट्रिक एसिड जैसे घटक होते हैं, जो मुंहासों का कारण बनने वाले प्रोपियोनीबैक्टीरियम एक्ने के प्रसार और वृद्धि को रोकते हैं। यह इसलिए भी उपयोगी हैं क्योंकि हमारी त्वचा प्राकृतिक रूप से अम्लीय है और यह कीटाणु और प्रदूषण को दूर करने वाली अम्लीय परत को फिर से भरने में मदद करता है। यह बैक्टीरिया को भी मारता है और तेल और गंदगी को हटाता है। इसलिए यह सिरका त्वचा की सेहत को बनाए रखने में मददगार होता है।
- एसिड रिफ्लक्स में उपयोगी
गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग, जिसे एसिड रिफ्लक्स के रूप में भी जाना जाता है, इसमें पेट में जलन और मतली होती है। एप्पल साइडर सिरके का सेवन ऐसे लक्षणों को ठीक करने में मदद कर सकता है। ¼ गिलास पानी में एप्पल साइडर सिरके के दो बड़े चम्मच को मिलाकर पीने से एसिड रिफ्लक्स में आराम मिलता है।
- पीएच स्तर को संतुलित करता है
इस सिरके में प्राथमिक घटक के रूप में एसिटिक एसिड उपलब्ध होता है जो अम्लीय होता है पर इसका शरीर पर एक क्षारीय प्रभाव पड़ता है। इसलिए एक संतुलित मात्रा में इसका प्रतिदिन सेवन करने से पीएच स्तर को नियंत्रित रखा जा सकता है।